पटना। झारखंड-बिहार के युवकों को एक गिरोह मोटी रकम लेकर नौकरी दिलाने के नाम पर कंबोडिया भेजकर वहां से चीन-पाकिस्तान के हाथों बेचकर साइबर क्राइम करा रहे हैं। इस मामले में देश के 22 जगहों पर राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी(NIA) ने छापेमारी की है. झारखंड-बिहार के कई जिलों में छापा पड़ा. एनआइए ने गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की. कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया. यह पूरा मामला मानव तस्कर गिरोह से जुड़ा हुआ है. नौकरी का लोभ देकर युवाओं को यह गिरोह विदेश भेजता है और अपने जाल में वहां फंसाकर उनसे साइबर फ्रॉड का काम करवाता है. साइबर अपराध से जुड़े कॉल सेंटरों में काम करने के लिए इन लोगों को मजबूर किया जाता है. एनआइए ने इस गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
गोपालगंज में NIA की छापेमारी, तीन लोगों को हिरासत में लिया
गोपालगंज के कुचायकोट, हथुआ, मीरगंज के अलावा नगर थाना क्षेत्र में एनआइए ने छापेमारी की तो हड़कंप मच गया. मानव तस्कर गिरोह को लेकर ये छापेमारी हुई. कई लोगों के पासपोर्ट, दस्तावेज समेत कई सामग्री एनआइए ने जब्त की है जिसकी जांच की जा रही है. हिरासत में लिये गये लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है. बता दें कि गोपालगंज में मानव तस्करी के मामले में एनआइए ने पहले भी कार्रवाई की थी।
साइबर अपराध की दुनिया में धकेले जा रहें हैं युवा
कई शिकायतें सामने आने के बाद जांच एजेंसी भी लगातार सक्रिय है. मानव तस्कर गिरोह बिहार से लोगों को नौकरी का झांसा देकर विदेश भेजता है. कंबोडिया समेत अलग-अलग देश में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं को ये एजेंट पैसे लेकर भेजते हैं. जहां गलत वीजा पर इन भारतीय नागरिकों को कंबोडिया से पाकिस्तान व चीन के साइबर अपराधियों के हाथों बेच दिया जाता था. एनआइए को मिली शिकायत के अनुसार, जब ये लोग साइबर अपराध का काम करने से मना करते हैं तो इन्हें प्रताड़ित किया जाता है. फ्रॉड करने वाली कंपनी के मैनेजर के द्वारा बिजली के झटके देने तक की शिकायत मिली है. जिसके बाद ये कार्रवाई की गयी।
पाकिस्तान के एजेंट के हाथों बेचने का आरोप
गोपालगंज के नगर थाना में करमैनी मुहब्बत के निवासी संजीत यादव ने इसके पहले मई 2024 में केस दर्ज कराया है. संजीत ने प्रह्लाद सिंह पर गलत वीजा के आधार पर कंबोडिया भेजकर 2 हजार डॉलर में पाकिस्तान के एजेंट के हाथों बेचने का आरोप लगाया था. मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर केस को एनआइए को सौंप दिया. एक बार फिर से एनआइए छापेमारी करने पहुंची।
रिपोर्ट – मुन्ना सिंह