धनबाद। हेमंत सोरेन की सरकार झारखंड में 50 लाख महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना की राशि प्रति महिला 1000 रुपए देने की बात कर रही है। सूत्रों के अनुसार हकीकत यह है कि 50 फीसदी महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। देश की कोयला राजधानी धनबाद शहर के हीरापुर में रहने वाली कई महिलाओं ने कहा कि उनके खाते में सिर्फ अक्टूबर माह में ही 2 बार मंईयां सम्मान योजना की राशि मिली है। जबकि उन्होंने अगस्त महीने में ही फॉर्म भरकर जमा किया था। नवंबर माह में सम्मान योजना की राशि नहीं मिली है। हीरापुर क्षेत्र के ही कई महिलाएं ऐसी भी है कि उनके खाते में नवंबर महीने में सम्मान योजना की राशि दो बार मिली है। महिलाओं का कहना है कि सरकार किस आधार पर सम्मान योजना की राशि बांट रही है या फिर इसमें हर महीने करोड़ों का घोटाला हो रहा है, यह सरकार ही जाने। काफी भाग दौड़कर जिन महिलाओं ने फार्म जमा किया और उनके खाते में सिर्फ एक दो बार ही राशि मिली है। फिर उसके बाद सम्मान योजना की राशि नहीं मिलने से वे लोग काफी आक्रोशित है। इस संबंध में एक दर्जन से अधिक महिलाओं ने मुख्यमंत्री से लिखित शिकायत की है।
सत्ता हासिल करने के लिए हेमंत सरकार ने महिलाओं को दिया धोखा
महिलाओं का कहना है कि हेमंत सोरेन की सरकार ने सत्ता हासिल करने के लिए महिलाओं को धोखा दिया है। विधानसभा चुनाव से पहले मंईयां सम्मान योजना लागू किया, ताकि महिलाओं का वोट झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस, राजद और माले को मिल सके। चुनाव के समय हेमंत सोरेन हर सभा में जनता को संबोधित कर रहे थे कि महिलाओं को अभी सम्मान राशि के रूप में ₹1000 दिया जा रहा है। हमारी सरकार बनेगी तो सभी महिलाओं को ₹2500 मिलेगी। सरकार बनने के बाद हेमंत सोरेन की सरकार ने भेदभाव करना शुरू कर दिया है। अब कहा जा रहा है कि जो मूल निवासी है, उसे ही सम्मान राशि मिलेगी। जो गरीबी रेखा से नीचे हैं, उसे ही दिया जाएगा। हेमंत सोरेन मतदान से पहले अगर कह देते की हमारी सरकार बनने के बाद उसे ही सम्मान राशि मिलेगी जो मूल निवासी है और गरीबी रेखा से नीचे हैं तो उनकी सरकार कभी नहीं बनती। मंईयां सम्मान योजना जुमला साबित हुआ। लॉलीपॉप दिखाकर माताओं और बहनों को हेमंत सोरेन की सरकार ने धोखा दिया है। सत्ता हासिल करने के लिए हेमंत सोरेन ने माताओं और बहनों को बहुत बड़ा धोखा दिया है। भगवान उसे कभी माफ नहीं करेंगे।
20 लाख से अधिक महिलाओं को एक बार भी नहीं मिली राशि
सूत्रों के अनुसार झारखंड में 20 लाख से अधिक महिलाओं को एक बार भी सम्मान योजना की राशि नहीं मिली है। बकायदा महिलाओं ने फॉर्म भरकर जमा किया। कईयों का फॉर्म रिजेक्ट कर दिया गया तो तीन बार चार बार महिलाओं ने फॉर्म भरा। उसके बावजूद महिलाओं को सम्मान राशि नहीं मिली। कुछ महिलाओं का ही अभी कहना है कि सहिया और कंप्यूटर ऑपरेटर ने फार्म जमा करने में गड़बड़ी की है। प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया।
बिजली बिल माफ कर चार गुना भेजा जा रहा है एवरेज बिल
लोगों का कहना है कि हेमंत सोरेन की सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले लाखों लोगों का बिजली बिल माफ कर दिया है। ताकि इंडिया गठबंधन को वोट मिल सके। वोट मिलने और सरकार बनने के बाद प्रति यूनिट बिजली दर बढ़ा दी गई है। स्मार्ट मीटर के नाम पर चार गुना एवरेज बिल बिजली विभाग की ओर से भेजा जा रहा है। मनमानी बिजली बिल के खिलाफ लोगों ने कई बार बिजली विभाग में हंगामा और विरोध भी किया। लोगों का कहना है की एवरेज बिल के नाम पर उपभोक्ताओं से रंगदारी वसूली जा रही है।
रिपोर्ट – विजय सिंह