धनबाद। जिले के धनबाद-गोविंदपुर सड़क मार्ग पर सरायढेला में स्थित दो सौ साल पुराने भूईंफोड़ मंदिर की महीमा अपरंपार है। यहां शिवलिंग जमीन से निकला था। भूमि फोड़कर निकलने के कारण इस मंदिर का नाम भूईंफोड़ मंदिर पड़ा।
यहां पर पिछले दो सौ साल से भगवान शिव की पूजा हो रही है। करीब 60 साल पहले मंदिर का निर्माण हुआ था। इस मंदिर में आज शिव के साथ मां दुर्गा, राधा-कृष्ण व अन्य देवी-देवताओं को प्रतिमा स्थापित हैं। जहां पर हर दिन भारी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने पहुंचते है।
मंदिर के आचार्य अक्षय कुमार बताते हैं कि सावन के हर सोमवार को जलाभिषेक लिए भक्तों में होड़ मची रहती है। इस मंदिर में हर समय लोगों की भीड़ लगी रहती है। कोई यहां विवाह का आयोजन करता है तो कोई पूजा-अर्चना। सावन में भक्तों पर महादेव का आशीष बरसता है।
दूर दूर से भक्त यहां अपनी मनोकामना को लेकर पहुँचते हैं।मनोकामना पूर्ण होने के बाद वह हंसी खुशी से अपना जीवन व्यतीत करते हैं।