कोरोना की तीसरी लहर को लेकर RSS मुश्तैद,सभी प्रखंडो में करेगी आइसोलेशन सेंटर का निर्माण…
धनबाद।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की बैठक के दूसरे दिन धनबाद के राजकमल सरस्वती विधा मंदिर में सह प्रांतीय कार्यवाहक राकेश लाल ने एक प्रेस वार्ता कर सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ अब तक हुई बैठक में चर्चाओं से जुड़ी बातें साझा की।
उन्होंने बताया कि कोरोनाकाल में संघ कार्यकर्ताओं द्वारा झारखण्ड में न सिर्फ जरूरतमंदों तक खाद्य सामग्री और दवाइयां ही नहीं पहुंचाई गई, बल्कि लोगों के अंतिम संस्कार में में भी संघ के कार्यकर्ताओं ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए अब संघ झारखण्ड के तमाम प्रखंडों में आइसोलेशन सेंटर का निर्माण करने जा रही है। उन्होंने बताया कि इसकी तैयारी भी लगभग पूरी कर ली गई है।
आगे उन्होंने कहा कि संघ आगामी 2025 में स्थापना के 100 वर्ष पूरे कर रहा है। ऐसे में संघ शताब्दी वर्ष में झारखण्ड के तमाम 1264 मंडल और शहर में 847 जगहों को संघ के कार्य से जोड़ने की योजना पर कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि संघ प्रकृति और पर्यावरण को लेकर भी काफी चिंतित है। देश की मिट्टी और हवा कैसे पोषक और शुद्ध हो इस योजना पर भी संघ लगातार कार्य कर रहा है।
इसके साथ ही मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ किसी जाति के नाम पर किसी को अपना अथवा पराया नहीं मानती। संघ में सभी अपने हैं। यहां 25 वर्षों तक किसी को पता ही नहीं चलता कि उसके साथ कबड्डी खेलने वाला शख्स किस जाति का है। झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए कमरा आवंटन के मामले पर भी संघ के तरफ से कोई ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई जो आने वाले वक्त में विवाद का कारण बने। इतना जरूर कहा कि उनके द्वारा गठित की गई कमेटी का अंत में जो निर्णय आएगा उसके बाद देखा जाएगा।
वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के द्वारा संघ की तुलना तालिबान से किए जाने के मामले में उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि समुद्र की तुलना समुद्र से की जा सकती है, आसमान की तुलना आसमान से, लेकिन संघ की तुलना किसी दूसरे संगठन से नहीं की जा सकती। धर्मांतरण के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के संबंध में उन्होंने कहा कि संघ किसी को कहीं जाने से रोकता नही। किसी को आने को कहता नही। संघ हिंदुओं का संगठन है। हिन्दू शक्ति कैसे इस देश भर में ठीक रहे, हिन्दू कैसे इस देश के लिए खड़ा रहे, इस बात की चिंता संघ करता है। इसके साथ ही झारखंड समेत अन्य राज्यों के चुनाव में संघ के करीबी भाजपा कैसे मजबूत हो इसपर किस तरह की चर्चा हुई इससे जुड़े सवाल को उन्होंने टाल दिया।