केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद के प्रतिनिधि मंडल द्वारा निषाद आरक्षण को लेकर ज्ञापन सौपा गया
वेद भारत डेस्क:रांची में डा. राजकुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष चरण केवट एवं प्रदेश सचिव विवेक सहानी के द्वारा भारत सरकार जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा को निषाद आरक्षण को लेकर ज्ञापन सौपा गया।
अर्जुन मुंडा के द्वारा परिषद में प्रतिनिधियों को सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
बता दें कि मल्लाह जाति को आरक्षण हेतु पूर्व में ही झारखंड सरकार के द्वारा अनुशंसा की जा चुकी है। अब मामला केन्द्रीय जनजातीय मंत्रालय के पास है।
प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे डा. राजकुमार ने कहा कि झारखंड में निषाद जाति को अनुसुचित जाति का दर्जा मिलें। इस मांग को लेकर झारखंड बनने के बाद से लेकर के अभी तक निषाद समाज संघर्षरत है। भारतीय इतिहास में हमारा समाज आदिवासी जीवन प्रणाली से जुड़ा रहा है। जिसका वर्णन भी है। आज भी मल्लाह जाति आर्थिक , समाजिक , शैक्षणिक , बौद्धिक व राजनीतिक विकास से वंचित है। झारखंड में निषादों के उत्थान के लिए आरक्षण समय की मांग है और यह हमारा अधिकार भी है।
रा.नि.ए.प. के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष चरण केवट ने कहा कि जब बंगाल, उडिसा दिल्ली समेत अन्य कई प्रदेशों में केवट जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा मिला हुआ है तो फिर झारखंड में आखिर यह जाति कैसे महरूम है। आजादी के बाद क्या बंगाल .. दिल्ली ,उडिसा ,जैसे राज्यों के तुलना में बिहार , यू .पी. ,के मल्लाह अधिक धनवान तथा सुखी सम्पन्न थे।एक देश में दो नियम दो संविधान कैसे हो सकता है। जबकि अन्य प्रदेशों की तुलना में झारखंड में केवट जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा अतिआवश्यक है।हम केन्द्र सरकार तथा केन्द्रीय जनजातीय मंत्री मा. अर्जुन मुंडा से मांग करते है कि अविलंब विचार करते हुए झारखंड में निषाद,केवट, मल्लाह जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा दिया जाए।
परिषद के प्रदेश सचिव विवेक सहानी ने कहा कि परिषद आरक्षण को लेकर लगातार प्रयासरत्त है। हमारे देश के निषाद समुदाय से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के माननीय द्वारा भी केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा से पत्राचार कर झारखंड में निषादों के आरक्षण को लेकर अनुरोध किया गया है। जिसमें केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजना ज्योति , सांसद मुजफ्फरपुर अजय निषाद , सांसद करीमगंज कृपानाथ मल्लाह, सांसद ई. प्रवीण निषाद, मंत्री विहार सरकार मुकेश सहनी राज्यसभा सदस्य जय प्रकाश निषाद , राज्यसभा सदस्य विसम्भर प्रसाद निषाद पिछड़ा आयोग के चैयरमेन भगवान लाल सहनी शामिल है .. जब तक आरक्षण नहीं मिल जाता।परिषद आगे भी आरक्षण मुद्दे पर तत्परता से अपना काम करेगी।
इस दरम्यान अरविंद केवट, अभिषेक चौधरी, अजय कुमार निषाद,मुख्य रूप से शामिल थे।